नगरी हो अयोध्या सी, रघुकुल सा घराना हो…यह गीत हम लंबे समय से सुनते हैं आए हैं लेकिन जिस रूप में आज मर्यादा पुरुषोत्तम की राजधानी अयोध्या नजर आ रही है, वैसा कभी पहले नहीं देखने को मिला।
अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा से पहले राम मंदिर सजकर तैयार हो गया है। श्रीराम के मंदिर को फूलों से सजाया गया है। रामलला के नए घर को रौशनी से ऐसे संवारा गया है कि देखने वालों का मन आह्लादित हो उठे। इसका वीडियो भी सामने आया है। मंदिर परिसर से लेकर गर्भगृह तक की अद्भुत शोभा मन मोहने वाली है। राम मंदिर ही नहीं पूरी अयोध्या नगरी मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के स्वागत में देवनगरी बनी हुई है।
चारों ओर ‘जय श्रीराम’ की गूंज
अयोध्या में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। वहीं छतों पर स्नाइपर्स पहरा दे रहे हैं। अयोध्या और आसपास का माहौल राममय दिखायी देता है। अयोध्या को देव नगरी की तरह सजाने के काम में ‘राम नाम’ की गूंज ने उत्साह भरने का काम किया। राम मंदिर की सजावट कुछ ऐसी है कि नक्काशी के एक-एक नमूना रौशनी से नहाने के बाद मोतियों की तरह चमकने लगा। मंदिर के अंदर का मंडपम और उकेरी गईं कलाकृतियां मानो देव लोक की उत्कष्ट चित्रकला शैली का परिचय दे रही हों।
अयोध्या की रज में लोट रहे विदेशी
अयोध्या हमेशा से ही अपने महत्ता को लेकर देश विदेश के लोगों को आकर्षित कर रहती रही है। हालांकि अब यह आकर्षण चरम तक पहुंच गया है। जहां एक तरफ समूचे देश से पहुंचे श्रद्धालु रामधुन पर नाचते-गाते नजर आए तो वहीं कई विदेशी श्रद्धालु भी अयोध्या की धूल को माथे पर लगाकर खुद को धन्य करते दिखे। अयोध्या के संतों के लिए शायद इससे बड़ा दिन नहीं होगा जब उनको अपने जीवनभर की तपस्या साकार होती नजर आ रही है। घर-बार छोड़कर अयोध्या जाकर संन्यासी हो जाने वाले लोगों के लिए यह पल मोक्ष से कम नहीं है।