प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ऐंचोड़ा कंबोह में आने का न्योता मिलने के बाद से सियासी सरगर्मी तेज हो गई हैं। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों के नेता पुराने कांग्रेसी नेता और अब संत आचार्य प्रमोद कृष्णम के इस कदम को लेकर चौकन्ने हो गए हैं।हालांकि सार्वजनिक तौर पर दोनों ही पार्टी के नेता सिर्फ स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं, लेकिन अंदर खाने हलचल तेज है। उधर कांग्रेस अपने पुराने नेता की दल-बदल की संभावनाओं को नकारते हुए कल्कि धाम शिलान्यास कार्यक्रम को धार्मिक बताकर मामले को हल्का करने में जुटी है।संभल से लोकसभा चुनाव लड़ चुके कांग्रेस नेता से संत बने आचार्य प्रमोद कृष्णम ने 19 फरवरी को ऐंचोड़ा कंबोह गांव में कल्कि धाम मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम की घोषणा की है। इसे लेकर पहले ज्यादा हलचल नहीं थी। अचानक दो दिन पहले आचार्य प्रमोद कृष्णम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिलान्यास कार्यक्रम में शिरकत करने का न्योता देकर राजनैतिक हलचल मचा दी। प्रधानमंत्री ने इस न्योते को लेकर सोशल साइट एक्स पर लिखकर इन चर्चाओं को और दम दे दिया।प्रधानमंत्री ने एक्स पर लिखा कहा कि आस्था और भक्ति से जुड़े इस पावन अवसर का हिस्सा बनना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। निमंत्रण पत्र के लिए आपका हृदय से आभार प्रमोद कृष्णम। हालांकि आचार्य के सुर काफी दिनों से बदले हुए थे। वह अयोध्या में राम मंदिर की स्थापना को लेकर प्रधानमंत्री की सार्वजनिक तौर पर तारीफ ही नहीं की, बल्कि यहां तक कह डाला कि कांग्रेस के 80 फीसदी लोग राम मंदिर निर्माण से खुश नहीं हैं।आचार्य प्रमोद कृष्णम पिछले कई सालों से कल्कि धाम में कल्कि महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन करते रहे हैं। इसमें तमाम संतों के साथ ही कई दिग्गज राजनेता भी शिरकत करते रहे हैं। अब प्रधानमंत्री को बुलाकर सबको चौंका दिया है। माना यह भी जा रहा है कि प्रधानमंत्री के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ भी कार्यक्रम में पहुंच सकते हैं। हालांकि अभी तक दोनों ही वीवीआईपी के ऐंचोड़ा कंबोह पहुंचने का कार्यक्रम जिला प्रशासन के पास नहीं पहुंचा है, लेकिन सियासी लोग उनके अगले कदम को लेकर चर्चा करते नजर आ रहे हैं।माना जा रहा है कि आचार्य प्रमोद कृष्णम कल्कि धाम शिलान्यास कार्यक्रम के जरिये अपने वर्षों पुरानी राजनैतिक छाप बदल सकते हैं। आचार्य प्रमोद कृष्णम के अचानक से पार्टी छोड़ने की चर्चाओं के तेज होने के बावजूद पार्टी के नेता ऊपरी तौर पर इसे लेकर ज्यादा गंभीरता दिखाते नजर नहीं आ रहे हैं। उधर भाजपा का खेमा भी आचार्य की गतिविधियों और चर्चाओं पर नजर जमाए हुए है। पार्टी प्रवक्ता अंशु अवस्थी के अनुसार आचार्य प्रमेाद कृष्णम पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता हैं। पार्टी छोड़ने की खबरें निराधार हैं। कल्कि धाम शिलान्यास कार्यक्रम धार्मिक है न कि राजनैतिक।