हम सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं, पन्नू का वीडियो देखा ही होगा; कनाडा के जिगरी यार से भारत ने शिकायत

खालिस्तानी गतिविधियों को लेकर भारत और कनाडा के बीच पिछले काफी समय से राजनायिक विवाद चल रहा है। भारत समय-समय पर दूसरे देशों को अपनी चिंताओं से अवगत कराता रहा है। इसी क्रम में एक बार फिर से भारत ने कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों की बढ़ती गतिविधियों पर अपनी गंभीर चिंताओं से शुक्रवार को अमेरिका को अवगत कराया।

भारत ने ‘2+2’ विदेश और रक्षा मंत्री स्तरीय बैठक में अपनी चिंताओं को कनाडा के जिगरी दोस्त अमेरिका के सामने रखा।

विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, “हमने अपनी चिंताओं को बिल्कुल स्पष्ट कर दिया है।” ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय संवाद वार्ता में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने किया, जबकि विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय पक्ष का नेतृत्व किया। विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों की ओर परोक्ष तौर पर इशारा करते हुए कहा कि हमारी मुख्य चिंताएं सुरक्षा को लेकर हैं।

क्वात्रा ने कहा कि वे (अमेरिकी पक्ष) हमारी चिंताओं को समझते हैं। विदेश सचिव ने कहा, “हमारी मुख्य चिंता सुरक्षा है और मुझे यकीन है कि आप सभी हालिया वीडियो से अवगत होंगे जोकि ऐसे एक व्यक्ति का सामने आया है।” भारतीय अधिकारी का इशारा खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओर था, जिसने 19 नवंबर को एयर इंडिया विमान को उड़ाने की धमकी दी है।

विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा, ”…जहां तक कनाडा का सवाल है, हम अपने सभी दोस्तों और साझेदारों के साथ लगातार बातचीत कर रहे हैं और इस मामले पर हमारी स्थिति कई मौकों पर पूरी तरह से बताई गई है। मुझे यकीन है कि आप सभी उस हालिया वीडियो से अवगत हैं जिसमें एक व्यक्ति गुरपतवंत सिंह पन्नू बहुत गंभीर सुरक्षा चिंताओं को प्रस्तुत करता है।”

गौरतलब है कि कनाडा के सरे शहर में जून में खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या पर सितंबर में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों के बाद भारत और कनाडा के बीच संबंधों में गंभीर तनाव आ गया है। इस पूरे मामले पर अमेरिका का झुकाव अपने बेहद खास पडोसी देश कनाडा की ओर रहा। ट्रूडो के आरोपों के कुछ दिनों बाद, भारत ने कनाडाई नागरिकों को वीजा जारी करना अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया था और ओटावा से बराबरी सुनिश्चित करने के लिए देश में उसकी राजनयिक उपस्थिति को कम करने के लिए कहा। इसके बाद कनाडा ने भारत से 41 राजनयिकों और उनके परिवार के सदस्यों को वापस बुला लिया। हालांकि बाद में भारत ने कुछ वीजा सेवाएं फिर से शुरू कर दी हैं।

विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बताया, “2+2 चर्चा में दोनों पक्षों के प्रमुखों- भारतीय पक्ष की ओर से रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री और अमेरिका की ओर से सेक्रेटरी ऑफ स्टेट और सेक्रेटरी ऑफ डिफेंस ने द्विपक्षीय संबंधों की व्यापक समीक्षा की। हमने कई साझेदारियों पर चर्चा की… व्यापार और निवेश साझेदारी, प्रौद्योगिकी साझेदारी, महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र से संबंधित साझेदारी, विभिन्न उत्पादों और सेवाओं के मूल्य और आपूर्ति श्रृंखला प्रतिभूतिकरण, अंतरिक्ष के क्षेत्र में साझेदारी, हमारी निरंतर भागीदारी, खनिज प्रतिभूतियों का क्षेत्र, आतंकवाद से निपटने में हमारे साझा प्रयास ये सब द्विपक्षीय संबंधों के अवलोकन का हिस्सा बने।”

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