मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने की अटकलों के बीच कांग्रेस पार्टी ने उनके बेटे नकुलनाथ की छिंदवाड़ा से दावेदारी पर बड़ी टिप्पणी की है।विधायकों का मन टटोलने के लिए मध्य प्रदेश के दौरे पर पहुंचे कांग्रेस के महासचिव जितेंद्र सिंह ने नकुल को मजबूत उम्मीदवार बताया और संकेत दिए कि कांग्रेस उन्हें दोबारा छिंदवाड़ा से उतार सकती है। चर्चा यह भी है कि कमलनाथ कांग्रेस में बने रहेंगे लेकिन उनके सांसद बेटे पाला बदल सकते हैं। ऐसे में कांग्रेस ने उन्हें रोकने के लिए दांव चल दिया है।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में नकुल नाथ को लेकर एक सवाल पर उन्होंने कहा, ‘वह वहां (छिंदवाड़ा) से मजबूत उम्मीदवार हैं और निश्चित तौर पर चुनाव लड़ेंगे।’ कमलनाथ के कांग्रेस छोड़ने से जुड़ी खबरों पर सिंह ने दावा किया कि ऐसा भाजपा ने फैलाया है। उन्होंने कहा, ‘ऐसा कुछ नहीं है। सारी अफवाह भाजपा ने फैलाई है। वह हमारे वरिष्ठ नेता हैं और आज भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर बैठक में हिस्सा लेंगे।’
नकुलनाथ छिंदवाड़ा से मौजूदा विधायक हैं। वह मध्य प्रदेश में कांग्रेस के एकमात्र सांसद हैं। नकुलनाथ ने इसी महीने मंच से अपनी उम्मीदवारी का ऐलान कर दिया था। उन्होंने कहा था, ‘इस बार भी मैं लोकसभा चुनाव में आपका प्रत्याशी रहूंगा। अफवाह है कि कमलनाथ लड़ेंगे या नकुलनाथ, मैं साफ कर देना चाहता हूं कि कमलनाथ चुनाव नहीं लड़ेंगे, मैं लड़ूंगा।’ नकुलनाथ की इस घोषणा से चर्चा होने लगी कि क्या उनके परिवार और कांग्रेस नेतृत्व के बीच कोई मतभेद है। भाजपा से बातचीत की अटकलों के बीच कमलनाथ और नकुलनाथ दिल्ली में कैंप कर रहे हैं। कमलनाथ ने भाजपा में जाने की बात की ना तो पुष्टि की है और ना ही इनकार किया है।
हालांकि, सोमवार को कमलनाथ के कुछ करीबी नेताओं ने दावा किया कि पूर्व मुख्यमंत्री कांग्रेस नहीं छोड़ने जा रहे हैं। कांग्रेस पार्टी पिता-पुत्र को मनाना के लिए हर संभव कोशिश कर रही है। सूत्रों का यह भी कहना है कि खुद राहुल गांधी ने फोन पर कमलनाथ से बातचीत की है। पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने कमलनाथ को नेहरू-गांधी परिवार से रिश्ते की याद दिलाते हुए कहा है कि पूर्व पीएम इंदिरा गांधी उन्हें अपना तीसरा बेटा कहती थीं।
जितेंद्र सिंह कांग्रेस के सभी 66 विधायकों से मिलकर उनका मन टटोलने की कोशिश करेंगे। चर्चा है कि कमलनाथ या नकुलनाथ के साथ कांग्रेस के कई विधायक भी भाजपा में जा सकते हैं। अटकलें हैं कि कमलनाथ राज्यसभा नहीं भेजे जाने से नाराज हैं। दिग्विजय सिंह के करीबी नेता को राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बनाए जाने के बाद कमलनाथ असंतुष्ट हो गए। वह इसलिए भी नाराज हैं क्योंकि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के लिए ठीकरा सबसे ज्यादा उन्हीं पर फोड़ा गया। कमलनाथ के कुछ करीबियों ने ही मीडिया के सामने टिप्पणी की कि पूर्व सीएम के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाया गया।