इंडिया गठबंधन के घटकदल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के साथ दूसरे दौर की बातचीत टल गई है। दोनों पार्टियों के बीच अब 15 जनवरी के बाद चर्चा होने की उम्मीद है। सीट बंटवारे को लेकर दोनों पार्टियों ने 9 जनवरी को अपनी पहली बैठक में 12 जनवरी को फिर मिलने का ऐलान किया था।पर आखिरी वक्त पर बैठक निरस्त कर दी गई। समाजवादी पार्टी का कहना है कि सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस ने अभी अपना होमवर्क नहीं किया है, इसलिए बैठक को टालने का निर्णय लिया गया है।रविवार से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरु हो रही है, ऐसे में 15 जनवरी के बाद ही दोनों पार्टियों के बीच उत्तर प्रदेश में सीट बंटवारे पर बातचीत हो सकती है। उत्तर प्रदेश में सीट बंटवारे में देरी को कांग्रेस के बहुजन समाज पार्टी को इंडिया गठबंधन में शामिल करने की कोशिश के तौर पर भी देखा जा रहा है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि हमारी कोशिश है कि भाजपा के खिलाफ विपक्ष से हर सीट पर एक उम्मीदवार हो, ऐसे में यूपी में भाजपा को शिकस्त देने के लिए बसपा का साथ बेहद जरूरी है।
सपा कर रही बसपा का विरोध
हालांकि, समाजवादी पार्टी इंडिया गठबंधन में बसपा को शामिल करने का विरोध कर रही है। पिछले सप्ताह कांग्रेस की गठबंधन समिति के साथ हुई बैठक में बसपा को साथ लेने का विरोध किया था। पार्टी का कहना है कि गठबंधन में कांग्रेस, सपा और रालोद काफी है, गठबंधन में किसी और पार्टी को शामिल करने की कतई कोई जरुरत नहीं है।
इस बीच, माना जा रहा है कि 15 जनवरी को बसपा सुप्रीमों मायावती के जन्मदिन पर कांग्रेस नेता उनसे मिलकर उन्हें जन्मदिन की मुबारकबाद दे सकते हैं। इस बैठक में पार्टी नेता बसपा के इंडिया गठबंधन में शामिल होने के बारे में संभावनाओं पर भी बात कर सकते हैं। बसपा का रुख जानने के बाद कांग्रेस सीट बंटवारे पर आगे की चर्चा करेगी।