राजस्थान के जोधपुर में चुनावी सभा संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने सीएम अशोक गहलोत गहलोत को निशाने पर लिया। लेकिन सियासी जानकारों की नजरें मंच पर मौजूद वसुंधरा राजे पर थीं। सबसे खास बात यह रही कि पीएम मोदी मंच पर करीब एक घंटे रहे।
इस दौरान उनके समीप ही वसुंधरा राजे बैठी थीं, लेकिन पीएम और वसुंधरा राजे के बीच किसी भी तरह की चर्चा नहीं हुई। मोदी की सभा पर सबकी निगाहें थीं और सबसे ज्यादा लोग पूर्व सीएम वसुंधरा राजे पर नजर बनाए थे। राजे प्रधानमंत्री के सभा में पहुंचने से कुछ मिनट पहले पहुंची, लेकिन मंच पर पीएम से उनकी दुआ सलाम नहीं हो सकी।
उल्लेखनीय है कि बीजेपी इस बार राजस्थान में बिना सीएम चेहरे के चुनाव लड़ रही है। राजस्थान में वसुंधरा राजे कैंप लंबे समय से राजे को ही सीएम फेस घोषित करने की मांग करता रहा है। पीएम मोदी ने कमल के निशान पर चुनाव लड़ने की बात कहकर वसुंधरा राजे कैंप को तगड़ा झटका दे दिया। ऐसा माना जा रहा है कि वसुंधरा राजे सीएम फेस नहीं बनाए जाने से नाराज है। वसुंधरा राजे परिवर्तन यात्रा से भी दूरी बनाए हुए थी। माना जा रहा है कि वसुंधरा राजे की नाराजगी की वजह से ही उम्मीदवारों की लिस्ट फाइनल नहीं हो पा रही है।
निकाले जा रहे हैं अलग-अलग मायने
सियासी जानकार इसके अलग-अलग मायने निकाल रहे हैं। जानकारों का कहना है कि चुनाव में वसुंधरा राजे के साइडलाइन करने का तनाव साफ दिखाई दिया। वसुंधरा राजे खफा-खफा दिखाई दी। पीएम के आने से पहले नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सभा को संबोधित कर रहे थे, लेकिन जैसे ही प्रधानमंत्री सभा स्थल पर पहुंचे उन्होंने माइक केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को थमा दिया। पीएम के आने से ठीक कुछ मिनट पहले ही पूर्व सीएम वसुंधरा राजे मंच पर थीं। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को छोड़ दिया जाए तो अधिकारिक रूप से केवल प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ही सभा को संबोधित करते नजर आए।
सूर्यकांता व्यास से मिले मोदी
जनसभा को संबोधित करने के बाद मंच पर अपनी सीट पर लौटने के क्रम में पीएम ने मंच के सामने बनी फूलों की रंगोली को देखा और उसकी तारीफ की। हालांकि, जब शेखावत उसके बारे में बताने लगे तो राजे उनके पीछे थीं। इस दौरान सूरसागर से विधायक सूर्यकांता व्यास (जीजी) राजे के कहने पर आगे आईं और उन्होंने पीएम से बात की। बता दें सूर्यकांता व्यास जोधपुर से कई बार लगातार विधायक का चुनाव जीत चुकी है। हाल ही में सीएम गहोलत की तारीफ कर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के निशाने पर आ गई थी।