महाराष्ट्र की सियासत के कद्दावर नेता शरद पवार ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस समेत भतीजे अजित पवार को अपने घर पर रात्रिभोज के लिए आमंत्रित किया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार 2 मार्च को बारामती में अपने आवास पर महाराष्ट्र के शीर्ष नेताओं का स्वागत करने वाले हैं।शरद पवार ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को लिखे एक पत्र में कहा, ”आप सरकारी यात्रा के लिए शनिवार, 02 मार्च 2024 को बारामती आ रहे हैं। उस दिन महारोजगार मेला विद्या प्रतिष्ठान, विद्यानगरी, बारामती के मैदान में आयोजित किया जा रहा है। विद्या प्रतिष्ठान का मैं संस्थापक अध्यक्ष हूं, संगठन के अध्यक्ष के रूप में मैं संगठन के परिसर में आपका स्वागत करना चाहता हूं।”
शरद पवार ने अपनी चिट्ठी में आगे लिखा, “मुझे बहुत खुशी है कि आप मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद सबसे पहले बारामती शहर आ रहे हैं। मैंने आपको बारामती में अपने आवास ‘गोविंदबाग’ में आतिथ्य का आनंद लेने के लिए पहले ही फोन पर आमंत्रित किया है। कृपया नमो महारोजगार मेले के बाद कैबिनेट के अन्य साथियों के साथ आएं। मुझे आशा है कि आप निमंत्रण सहृदयतापूर्वक स्वीकार करेंगे।”
परिवार की लड़ाई बनी बारामती की सीट?
शरद पवार के इस निमंत्रण के बाद से सियासी गलियारे में हलचल तेज हो गई है। शरद पवार की चिट्ठी ऐसे वक्त पर सामने आई जब उनके भतीजे अजित पवार बारामती से लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपने उम्मीदवार को उतारने की तैयारी में हैं। मौजूदा वक्त में बारामती सीट से शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले सांसद हैं। ऐसी अटकलें हैं कि अजित पवार सुप्रिया सुले के खिलाफ अपनी पत्नी सुनेत्रा पवार के चुनाव लड़ने का औपचारिक ऐलान कर सकते हैं।
क्यों अहम है बारामती की सीट
महाराष्ट्र के पुणे जिले में पड़ने वाली बारामती लोकसभा सीट हमेशा से अहम रही है। यह लोकसभा सीट उत्तर पश्चिम महाराष्ट्र क्षेत्र में आती है, बारामती शहर इस सीट का केंद्र है। 2019 महाराष्ट्र लोकसभा चुनाव में सुप्रिया सुले ने जीत हासिल की थी। यदि अजित पवार अपनी पत्नी को बारामती सीट से उतारते हैं तो यह सीट सुप्रिया सुले के लिए मुश्किल जरूर होने जा रही है। ऐसे में शरद पवार के इस निमंत्रण में क्या मंथन होगा इसे लेकर सियासी गलियारे में चर्चा का माहौल गर्म है।