माफिया अतीक अहमद का चौथे नंबर का बेटा मो. अहजम अतीक गुरुवार को बालिग हो गया। पांच अक्तूबर अहजम का जन्मदिन है। अहजम से छोटा भाई अभी नाबालिग है। अब अहजम के 18 साल के हो जाने पर बाल संरक्षण गृह से उसकी रिहाई होगी या फिलहाल उसे यहीं रहना पड़ेगा, इसे लेकर गुरुवार को चर्चाओं का बाजार गर्म रहा।हालांकि इस मामले में बाल कल्याण समिति का कहना है कि दोनों बेटों को लेकर मामला सुप्रीम कोर्ट में है। शीर्ष अदालत का जो भी आदेश होगा, उसका अनुपालन कराया जाएगा।
बहुचर्चित उमेश पाल हत्याकांड के बाद से अतीक के चौथे नंबर के बेटे अहजम और सबसे छोटे बेटे को राजरूपपुर स्थित बाल संरक्षण गृह में रखा गया है। शुरुआती दौर में उमेश पाल हत्याकांड और अन्य मामलों में अहजम की भूमिका की जांच हुई थी। अतीक के परिवार वालों ने दोनों की सुपुर्दगी के लिए जिला अदालत में अर्जी लगाई थी। तब धूमनगंज पुलिस ने साफ किया था कि अतीक के दोनों नाबालिग बेटे लावारिस हालत में घूमते मिले थे, इसलिए दोनों को बाल संरक्षण गृह में दाखिल कर दिया। तब से अब तक अहजम और उसका छोटा भाई बाल संरक्षण गृह में ही हैं। बाल कल्याण समिति की देखरेख में दोनों बेटों की पढ़ाई का इंतजाम हुआ है।
अतीक की बहन शाहीन ने सुप्रीम कोर्ट में दोनों की सुपुर्दगी को लेकर याचिका दाखिल की तो कोर्ट के आदेश पर वरिष्ठ वकील ने प्रयागराज आकर अहजम और उसके भाई का बयान दर्ज किया था। नाबालिग होने की वजह से दोनों को संरक्षण गृह में रखा गया। अब एक के बालिग होने पर उसे कहां रखा जाएगा, यह साफ नहीं है।