लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा अब बूथ मजबूत करने की मुहिम छेड़ेगी। प्रदेश के 1.68 लाख बूथों का चुनावी दृष्टि से नये सिरे से सत्यापन किया जाएगा। इसके लिए सभी जिलों को बूथ कमेटियों की सूचियां भेज दी गई हैं।वोटर चेतना अभियान के साथ ही सभी जिलों को बूथ कमेटियों को दुरुस्त करने पर भी पूरा फोकस करने को कहा गया है।भाजपा एक बार फिर बूथ जीता-चुनाव जीता, के चुनावी मंत्र के साथ आगे बढ़ेगी। पार्टी ने फिर सभी नेताओं को अपना बूथ जीतने का लक्ष्य दिया है। भगवा खेमे ने पहले बूथ कमेटियों के गठन के लिए अभियान चलाया था। अब चुनाव से पहले पार्टी इन बूथ कमेटियों की सक्रियता बढ़ाने की तैयारी में है।उससे पहले कमेटियों का नए सिरे से सत्यापन कराया जा रहा है ताकि समय रहते कमियों को सुधारा जा सके। गत दिवस भाजपा के प्रदेश मुख्यालय पर हुई संगठन की महत्वपूर्ण बैठक में प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने बूथ कमेटियों को लेकर विस्तार से चर्चा की थी। वहीं बूथ कमेटियों से लेकर पन्ना समितियों का नये सिरे से सत्यापन करने के निर्देश दिए थे।
बूथ गठन में पश्चिम क्षेत्र सबसे पीछे
प्रदेश में जहां तक भाजपा की दृष्टि से बूथों के गठन का सवाल है तो फिलहाल छह संगनात्मक क्षेत्रों में पश्चिम क्षेत्र इस मामले में सबसे पीछे है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक पश्चिम क्षेत्र में कुल 28573 बूथ हैं। इनमें से 1719 का अभी गठन ही नहीं हुआ है। इस फेहरिस्त में दूसरे स्थान पर बृज क्षेत्र है। वहां 26438 बूथ हैं। इनमें से 653 का गठन होना अभी बाकी है।
इसी तरह काशी क्षेत्र के 28006 बूथों में से अभी 564 का गठन नहीं हुआ है। कानपुर क्षेत्र के 20788 बूथों में से 406 अभी गठित नहीं है। जबकि गोरखपुर क्षेत्र के 24768 बूथों में से 302 का गठन होना शेष है। इस प्रकार प्रदेश में अभी कुल 3898 बूथों का गठन नहीं हो पाया है।