नवरात्र और सावन में मांसाहार करने के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा है। शुक्रवार को जम्मू और कश्मीर के ऊधमपुर में जनसभा के दौरान उन्होंने कहा कि नवरात्र में नॉनवेज खाते हैं और भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं।उन्होंने विपक्षी नेताओं की तुलना मुगलों से कर दी। हाल ही में राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी मछली खाते हुए एक वीडियो शेयर किया था। हालांकि, उनका दावा था कि वीडियो 8 अप्रैल का है।पीएम मोदी ने बगैर नाम लिए राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तंज कसा। उन्होंने दोनों नेताओं की तुलना मुगलों से की और देश की जनता को परेशान करने के आरोप लगाए। दरअसल, पीएम बीते साल सितंबर में सामने आए वीडियो के संदर्भ में बात कर रहे थे, जहां लालू और राहुल को मटन बनाते देखा गया था।पीएम मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस और INDI गठबंधन के लोग देश के बहुसंख्यकों की भावनाओं की चिंता नहीं करते हैं। उन्हें लोगों की भावनाओं के साथ खेलने में मजा आता है। एक व्यक्ति जिसे कोर्ट ने सजा दी है और एक जो जमानत पर है, एक अपराधी के घर पर जाते हैं और सावन के महीने में मटन का मजा लेते हैं और लोगों को परेशान करने के लिए वीडियो बनाते हैं।’उन्होंने कहा, ‘कानून किसी को भी कुछ भी खाने से नहीं रोकता है, लेकिन इन लोगों का मकसद कुछ और है। जब मुगलों ने यहां हमला किया, तो जबतक उन लोगों ने मंदिर तबाह नहीं कर दिए तब तक संतुष्ट नहीं हुए। तो मुगलों की तरह, वे देश की जनता को सावन में ऐसा वीडियो दिखाकर तंग करना चाहते हैं।’
‘नवरात्र में डालते हैं नॉन वेज के वीडियो’
पीएम मोदी ने कहा, ‘नवरात्र के दिनों में नॉन वेज खाने की वीडियो दिखाकर, लोगों की भावनाओं को चोट पहुंचाकर ये किसको खुश करने का खेल कर रहे हैं। आज जब मैं ये बोल रहा हूं, उसके बाद ये लोग मुझपर गालियों की बौछार कर देंगे। लेकिन जब बात बर्दाश्त से बाहर हो जाती है, तो लोकतंत्र में मेरा दायित्व बनता है कि मैं देश को सभी चीजों का सही पहलू बताऊं।’
उन्होंने कहा, ‘ये लोग ऐसा जानबूझकर इसलिए करते हैं, ताकि इस देश की मान्यताओं पर हमला हो। ये इसलिए होता है, ताकि एक बड़ा वर्ग इनके वीडियो देखकर असहज होता रहे। समस्या इस अंदाज से है कि तुष्टिकरण से आगे बढ़कर ये इनकी मुगलिया सोच है।’ पीएम मोदी ऊधमपुर में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के प्रचार में पहुंचे हैं।
इस दौरान उन्होंने राम मंदिर को लेकर भी कांग्रेस पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, ‘मैं कांग्रेस से पूछता हूं… आप ने अपनी सरकार के समय जब राम मंदिर का विरोध किया, तब ये किस चुनाव का मुद्दा था? भगवान राम को काल्पनिक कहकर कांग्रेस किसे खुश करना चाहती थी?’
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के नेता बड़े बड़े बंगलों में रहते थे, लेकिन जब रामलला के टेंट बदलने की बात आती थी, तो ये लोग मुंह फेर लेते थे। बारिश में रामलला का टेंट टपकता रहता था और रामलला के भक्त टेंट बदलवाने के लिए अदालतों के चक्कर काटते रहते थे। ये उन करोड़ों-अरबों लोगों की आस्था पर आघात था, जो राम को अपना आराध्य मानते हैं।’
तेजस्वी का वीडियो
चुनावी प्रचार में जुटे राजद नेता ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें वह साहनी के साथ नजर आ रहे थे। वह बता रहे थे कि कैसे उन्हें प्रचार की व्यस्तता के बीच भोजन करने के लिए थोड़ा ही समय मिला है। बिहार में लोकसभा चुनाव के लिए सातवें चरण में यानी 1 जून को मतदान होगा।
IQ पर उठा दिए सवाल
भाजपा के आरोपों के बाद यादव का भी रिएक्शन आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि IQ टेस्ट लेने के लिए ही वीडियो पोस्ट किया था। उन्होंने लिखा, ‘ट्वीट में ‘दिनांक’ यानि डेट लिखा हुआ है, लेकिन बेचारे अंधभक्तों को क्या मालूम? आखिर में सहनी जी द्वारा मिर्ची लगने का भी जिक्र किया गया है।’