झारखंड में कुर्सी के लिए कलह बढ़ती हुई नजर आ रही है। दरअसल, शुक्रवार को चंपाई सोरेन सरकार की कैबिनेट का विस्तार हुआ है। बसंत सोरेन समेत कुल आठ मंत्रियों ने आज शपथ ली है। लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार के बाद कांग्रेस के 12 विधायक नाराज हो गए हैं।वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के एक विधायक ने तो पार्टी छोड़ने तक की धमकी दे डाली है। कांग्रेस के विधायकों के बाद JMM विधायक के इस रुख से चंपाई सोरेन की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। आइए डिटेल में समझते हैं कैसे…
JMM विधायक ने दे डाली धमकी
मंत्रिमंडल विस्तार के बाद JMM नेता बैद्यनाथ राम ने नाराजगी जताई है। उन्होंने अपना नाम अंतिम समय में हटाने का आरोप लगाया है। मंत्री नहीं बनाए जाने पर बैद्यनाथ राम ने धमकी देते हुए कहा कि अगर पार्टी ने उन्हें दो दिन में मंत्री नहीं बनाया तो वह पार्टी छोड़ देंगे।
कांग्रेस के 12 विधायक नाराज
वहीं पुराने चेहरों को ही दोबारा मंत्री बनाए जाने पर कांग्रेस के 12 विधायक नाराज हो गए हैं। दरअसल, कांग्रेस के आलमगीर आलम, रामेश्वर उरांव, बादल पत्रलेखा और और बन्ना गुप्ता को चंपाई सोरेन की कैबिनेट में मंत्री बनाया गया है। ये सभी विधायक हेमंत सोरेन की कैबिनेट में भी मंत्री थे। नाराज विधायकों की डिमांड है कि नए चेहरों को मंत्री बनाया जाए। विधायकों की यह नाराजगी कांग्रेस आलाकमान तक भी पहुंची है।
बढ़ी चंपाई सरकार की मुश्किलें
शुक्रवार को झारखंड में 8 विधायकों ने मंत्री पद के लिए शपथ ली। इनमें पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन, मिथिलेश ठाकुर, दीपक बिरुआ, बेबी ठाकुर, रामेश्वर उरांव, बादल पत्रलेखा, बन्ना गुप्ता और हफिजुल हसन शामिल हैं। गौरतलब है कि दो फरवरी को सीएम चंपाई सोरेन के साथ कांग्रेस के आलमगीर आलम और आरजेडी के सत्यानंद भोक्ता ने शपथ ली थी। दरअसल, 8 फरवरी को ही चंपाई सोरेन की कैबिनेट का विस्तार होना था लेकिन आपसी सहमति नहीं बन पाने से 16 फरवरी को यह कार्यक्रम हुआ। हालांकि शपथ ग्रहण समारोह के बाद चंपाई सरकार की मुश्किलें बढ़ती हुईं नजर आ रही हैं। कांग्रेस के साथ-साथ अब JMM विधायक भी नाराज हो गए हैं।