ईरान के करमान शहर में दो बम धमाके हुए हैं। उसकी सरकारी मीडिया का कहना है कि यहां साहेब अल जमान मस्जिद के पास पूर्व ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या की चौथी बरसी पर कब्र के पास समारोह मनाया जा रहा था।
इन धमाकों में मरने वालों की संख्या कम से कम 103 तक पहुंच गई है। जबकि 140 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। ईरान ने इस हमले को आतंकवादी हमला कहा है। बता दें कि चार साल पहले आज ही के दिन में अमेरिकी ड्रोन हमले में सुलेमानी मारा गया था।
ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या की चौथी बरसी पर उनकी कब्र के पास दो बड़े धमाके हुए है। चार साल पहले 3 जनवरी 2020 को बगदाद में अमेरिकी ड्रोन हमले में सुलेमानी की मौत हो गई थी। ईरान के सरकारी मीडिया का कहना है कि बरसी के दौरान करमान शहर में साहेब अल जमान मस्जिद के पास एक समारोह हो रहा था। इस दौरान दो बड़े धमाके हो गए।
धमाकों से दहला ईरानी शहर, कम से कम 103 मरे
ईरान के सरकारी प्रसारक इरिब ने कहा कि करमान शहर में साहेब अल-ज़मान मस्जिद के पास एक समारोह के दौरान हुए विस्फोटों में कम से कम 103 लोगों की मौत हो गई और 141 अन्य लोग घायल हो गए। मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है। करमान प्रांत के आपातकालीन सेवा प्रमुख ने कहा कि विस्फोट बम धमाके के कारण हुआ है।
एएफपी ने स्थानीय मीडिया के हवाले से बताया, “साहेब अल-ज़मान मस्जिद के पास एक बड़ा विस्फोट सुना गया” जहां ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के विदेशी अभियानों के प्रमुख सुलेमानी को दक्षिणी ईरान के करमान शहर में दफनाया गया है। कुछ देर बाद साहेब अल-ज़मान मस्जिद के पास एक दूसरा विस्फोट सुना गया।”
बम धमाके किसने किए?
ईरानी राज्य टीवी ने बताया कि कासिम सुलेमानी के दफन स्थान के पास सुना गया था, लेकिन विस्फोट के कारण के बारे में कोई विवरण नहीं दिया गया। बताया गया कि विस्फोटों के बाद मची भगदड़ में कई लोग घायल हो गए, क्योंकि लाइव प्रसारण में हजारों शोक संतप्त लोगों को बरसी में भाग लेने पहुंचे थे। मौके पर कई एंबुलेंस भी देखी गईं।
कौन था कासिम सुलेमानी
कासिम सुलेमानी ईरानी सेना का टॉप लीडर था। 3 जनवरी 2020 को बगदाद हवाई अड्डे के ठीक बाहर अमेरिकी ड्रोन हमले में उसकी मौत हो गई थी। यह तब की बात है जब कासिम सुलेमानी ईरान में एक सम्मानित व्यक्ति था। उन्होंने ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स की विदेशी ऑपरेशन शाखा कुद्स फोर्स का नेतृत्व किया।