इजरायली सेना ने शनिवार को गाजा स्थित अल-शिफा अस्पताल को “अगले घंटे” में खाली करने का आदेश दिया है। एएफपी ने अपनी रिपोर्ट में ये जानकरी दी। रिपोर्टों के अनुसार, सैनिकों ने अस्पताल के डायरेक्टर मोहम्मद अबू सल्मिया को फोन करके निर्देश दिया है कि वे “मरीजों, घायलों, विस्थापितों और चिकित्सा कर्मचारियों की निकासी सुनिश्चित करें और उन्हें पैदल ही समुद्र तट की ओर लेकर जाएं।”
बता दें कि दो दिन पहले ही इजरायली सैनिकों ने हमास के ठिकानों पर छापेमारी के लिए इसी अस्पताल के अंदर तलाशी ली थी। उन्होंने परिसर के अंदर सुरंग और हथियारों के साथ एक वाहन होने का दावा किया था। इजरायली रक्षा बल (आईडीएफ) ने एक वीडियो जारी कर दावा किया कि गाजा के सबसे बड़े अस्पताल के बाहरी क्षेत्र में एक सुरंग का दरवाजा है। हालांकि, वीडियो की पुष्टि नहीं की जा सकी है।
इस बीच अल-शिफा अस्पताल खुद को चलाए रखने के लिए संघर्ष कर रहा है। यह अस्पताल इजरायल-हमास युद्ध का केंद्र बन गया है। यह युद्ध अब सातवें सप्ताह में प्रवेश कर रहा है। गाजा में हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि ईंधन की कमी के कारण बिजली कटौती के कारण अस्पताल में दर्जनों लोगों की मौत हो गई है।
जहां इजरायल ने पहले अस्पताल को खाली कराने का कोई निर्देश नहीं दिया था और अंदर घुसकर उसकी तलाशी ली थी। लेकिन शनिवार को अचानक आदेश दिया कि पूरा अस्पताल खाली कर दिया जाना चाहिए। वहीं डॉक्टरों ने कहा है कि मरीजों को शिफ्ट नहीं किया जा सकता है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, बुधवार को इजरायली सैनिकों के घुसने से पहले लगभग 2,300 मरीज, कर्मचारी और विस्थापित लोग अस्पताल में शरण लिए हुए थे।
इस बीच, अल शिफा अस्पताल के एक डॉक्टर ने शुक्रवार को कहा कि उनके पास भोजन और पानी खत्म हो रहा है। उन्होंने कहा कि इजरायली सेना द्वारा दी गई सप्लाई “बहुत कम” थी। उन्होंने कहा, “लोगों के पास खाना खत्म हो गया, पीने का पानी खत्म हो गया। कल, उन्होंने कुछ, बस कुछ भोजन और पानी की व्यवस्था की, जो कि बहुत ही कम है। यह इतना कम था कि यहां के आसपास के लोगों की संख्या का शायद 40 प्रतिशत भी इससे पेट नहीं भर पाएगा।”
गाजा का सबसे बड़ा अस्पताल, अल-शिफा, एन्क्लेव में इजराइल के युद्ध में एक फ्लैशप्वाइंट बन गया है। यह युद्ध तब शुरू हुआ जब हमास के आतंकवादियों ने 7 अक्टूबर को सीमा पार करके इजरायल में प्रवेश किया, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए। फिलिस्तीनियों और मानवीय एजेंसियों का कहना है कि अल-शिफा में और उसके आसपास मौजूदा लड़ाई गाजा में नागरिक जीवन को भारी नुकसान पहुंचा रही है। वहीं इजरायल ने हमास पर अपने अभियानों के लिए चिकित्सा केंद्र को ढाल के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।