बनारस के ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में व्यास जी के तहखाना में कोर्ट के आदेश के बाद पूजा-पाठ शुरू होने के बाद उत्साहित हिन्दू पक्ष ने अब ज्ञानवापी के बाकी सभी तहखानों का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण से सर्वे कराने की मांग कर दी है।परिसर में कुल आठ तहखाने हैं। हिन्दू पक्ष ने वाराणसी कोर्ट में सोमवार को अर्जी लगाई है और मांग की है कि बाकी बचे सारे तहखानों का वैज्ञानिक सर्वे कराया जाए जिससे पता लगे कि वहां पहले क्या था। कोर्ट ने अर्जी पर 6 फरवरी मंगलवार को सुनवाई मुकर्रर किया है। 31 जनवरी को जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश ने व्यास जी के तहखाना में सात दिन के अंदर पूजा-पाठ की व्यवस्था करने का आदेश रिसीवर को दिया था। इससे पहले कोर्ट ने जिला के डीएम को तहखाना का रिसीवर नियुक्त किया था।
कोर्ट के आदेश के बाद उसी देर रात प्रशासन ने सारी व्यवस्था कर दी और अगले दिन सुबह वहां पूजा-पाठ शुरू हो गई। कोर्ट के आदेश के बाद तुरंत पूजा शुरू कराने और अपील के निबटारे का इंतजार नहीं करने से नाराज मुसलमानों ने शुक्रवार को जुमे के दिन अपनी-अपनी दुकानें बंद रखकर विरोध दर्ज कराया था। सोमवार को जिला जज की कोर्ट में शृंगार गौरी केस की वादी राखी सिंह की ओर से अर्जी दायर की गई है जिसमें बंद तहखानों और बचे हुए दूसरे हिस्सों का भी एएसआई से सर्वे कराने की अपील की गई है। अर्जी में कहा गाय है कि वर्तमान ढांचा को बिना किसी क्षति के तहखानों के दरवाजों को खोलकर सर्वे कराया जाए। कोर्ट 6 फरवरी को अर्जी पर सुनवाई करेगा।
मथुरा-काशी के मंदिर मुक्त हो जाएं तो हम बाकी सब भूल जाएंगे- गोविंद देव गिरि महाराज
राम जन्मभूमि ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष आचार्य गोविंद देव गिरि महाराज ने कहा है अगर अयोध्या, मथुरा और काशी के मंदिर मुक्त हो जाएं तो हम किसी और मंदिर की बात नहीं करेंगे। हमें भविष्य की ओर बढ़ना है, ना कि भूत के पीछे पड़े रहना है। गोविंद देव ने कहा है कि भाई-चारा से बचे हुए दोनों मंदिर हमें मिल जाएं तो हम बाकी चीजों को भूल जाएंगे।