इजरायल के हमले में मारे गए फिलिस्तीनियों के लिए पढ़ी गई दुआ

फिलिस्तीन में इजरायल के हमले में मारे गए लोगों के लिए शुक्रवार को जुमा नमाज के बाद बरेली के नौमहला मस्जिद में यौम-ए-दुआ की गई। इत्तेहादे मिल्लत काउसिंल (आईएमसी) के प्रमुख मौलाना तौकीर मियां ने अगुवाई की।इस दौरान नौमहला मस्जिद, दरगाह आला हजरत स्थित मोहल्ला सौदागरान, बिहारीपुर से लेकर खलील स्कूल, इस्लामिया ग्राउंड, चौकी चौराहा, नॉवल्टी चौक और अन्य जगहों पर पुलिस का कड़ा पहरा रहा।नौमहला में तमाम खानकाहों के लोग भी नमाज पढ़ने पहुंचे। जिसमें दरगाह प्रमुख मौलाना सुब्हानी मियां भी रहे। नमाज मुफ्ती मुहम्मद कफील अहमद ने अदा कराई। बता दें कि मौलाना तौकीर रजा खां ने इस्लामिया ग्राउंड में इज्तेमाई दुआ का ऐलान किया था लेकिन प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। इसके बाद नौमहला मस्जिद में जुमा नमाज के बाद दुआ की घोषणा की थी। दोपहर ढाई बजे मौलाना साथियों के साथ नौमहला मस्जिद नमाज पढ़ने पहुंचे। फलस्तीन के समर्थन में सामूहिक दुआ की गई।बाद में मौलाना तौकीर ने कहा कि अरब देशों की हम मजम्मत करते हैं। हम लोग जल्द ही दिल्ली में अरब दूतावास के सामने धरना देंगे। कोशिश की जाएगी वो अपनी गलितयों को सुधारें। फिलिस्तीन के लिए लोग मदद करना चाहते हैं। फिलिस्तीन को पैसे की जरूरत नहीं बल्कि दुआ और दवा की जरूरत है। फलस्तीन में दवा सामान पहुंचाया जाए इसके लिए हम अपनी सरकार से भी बातचीत करेंगे।

फिलिस्तीन मामले में लोगों का मानवाधिकार खत्म हो चुका: मौलाना ताकीर

नौमहला मस्जिद में दुआ के बाद मौलाना तौकीर मियां ने प्रेस से बातचीत की। कहा कि हिंदुस्तान में अब सामूहिक दुआ पर भी पाबंदी लगाई जाएगी तो जीने का कोई मतलब नहीं रह जाता। अगर हमें इतनी भी आजादी नहीं है कि चार आदमी बैठकर दुआ कर सकें तो इससे ज्यादा अन्याय नहीं किया जा सकता है। यह अन्याय हम किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसके खिलाफ आवाज उठाएंगे। फलस्तीन के लोगों को जरूरी सामानों की जरूरत है। हम इसके लिए सरकार और दूतावास से बात करेंगे। मौलाना ने कहा कि हमारी दुआ से भाजपा को बहुत तकलीफ है।

दरगाह प्रमुख की अपील, इस्लामी देश करें अमेरिका-इजरायल का बहिष्कार

मस्जिद नौमहला में हुई सामूहिक दुआ में शामिल होने गए दरगाह प्रमुख मौलाना सुब्हान रजा खान (सुब्हानी मियां) ने अपना पैगाम दिया। कहा कि सभी इस्लामी देशों, खासकर सऊदी अरब की सरकारों से अपील और अनुरोध है कि इस समय इजराइल अपने सहयोगियों, खासकर संयुक्त राज्य व अमेरिका के समर्थन और सहायता से गाजा में फलस्तीन के आम अवाम को खत्म कर रहा है। आम नागरिकों को मारने वाले हथियार, गोला-बारूद अमेरिका के हैं। इसलिए इस्लामिक देशों की सरकारें तुरंत इजराइल, संयुक्त राज्य अमेरिका और इजराइल के सभी सहयोगी देशों का बहिष्कार करें। उनके साथ वाणिज्यिक व राजनयिक संबंध तुरंत खत्म कर दें।

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