दिल्ली में प्रदूषण से मिली राहत के चलते केन्द्रीय वायु गुणवत्ता आयोग ने ग्रैप की सभी पाबंदियों को हटा लिया है। दिल्ली-एनसीआर में बीते छह अक्तूबर को ग्रैप के पहले चरण की पाबंदियों को लागू किया गया था।इससे पहले ग्रैप के चौथे चरण की पाबंदियों को 18 नवंबर, तीसरे चरण को 18 जनवरी और दूसरे चरण को 19 फरवरी को हटाया जा चुका है।केन्द्रीय वायु गुणवत्ता आयोग की समिति की बैठक मंगलवार को आयोजित हुई। इसमें राजधानी के भीतर चल रहे प्रदूषण के हाल को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। इसमें बताया गया कि बीते कई दिनों से दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 से नीचे है। प्रदूषण की निगरानी करने वाली संस्थाओं का मानना है कि अगले कुछ दिनों तक प्रदूषण मध्यम श्रेणी में ही बना रहेगा। इसके बाद ग्रैप के पहले चरण की पाबंदियों को तत्काल प्रभाव से हटाने का निर्णय लिया गया। आयोग ने साथ ही सरकार सहित प्रदूषण को रोकने में जुटी एजेंसियों को आदेश दिया है कि वह इस दिशा में काम करते रहें और प्रदूषण को लेकर लगातार निगरानी रखी जाए ताकि यह दोबारा न बढ़ जाए।
हवा की रफ्तार बढ़ने से एक्यूआई में सुधार
अगले चार दिनों तक प्रदूषण से राहत बनी रहेगी। मंगलवार को दिल्ली में हुई हल्की बारिश और हवा की रफ्तार बढ़ने के चलते वायु गुणवत्ता सूचकांक में कमी देखने को मिली। बीते कुछ दिनों से दिल्ली में प्रदूषण मध्यम श्रेणी में ही बना हुआ है। सोमवार के मुकाबले वायु गुणवत्ता में मंगलवार को हल्का सुधार देखने को मिला। सोमवार को जहां एक्यूआई 170 दर्ज किया गया था, मंगलवार को यह 159 अंकों पर रहा। दिल्ली में चार इलाके जहांगीर पुरी, आनंद विहार, एनएसआईटी द्वारका और शादीपुर में हवा खराब श्रेणी में रही। इनमें सबसे ज्यादा प्रदूषित जहांगीर पुरी रहा। यहां एक्यूआई 237 दर्ज किया गया। वहीं, मंगलवार को सबसे साफ नजफगढ़ की हवा रही। यहां एक्यूआई 102 दर्ज किया गया।
एक और दो मार्च को बारिश होने की संभावना
विशेषज्ञों के अनुसार, मंगलवार को हवा की रफ्तार 8 से 16 किलोमीटर प्रतिघंटा रही। अगले कुछ दिनों में हवा की रफ्तार 8 से 30 किलोमीटर तक रहेगी। इसके चलते तेजी से प्रदूषण के लिए जिम्मेदार कणों का बिखराव होगा और हवा साफ होगी। अगले चार दिनों तक एक्यूआई मध्यम या संतोषजनक श्रेणी में ही बना रहेगा। वहीं, आगामी एक और दो मार्च को भी बारिश की संभावना है। इससे भी प्रदूषण में कमी देखने को मिलेगी।