लोकसभा चुनाव से पहले पूर्व सांसद पप्पू यादव ने अपनी जन अधिकार पार्टी(लोकतांत्रिक) का कांग्रेस में विलय कर दिया है। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी मोहन प्रकाश और विधायक दल के नेता शकील अहमद की मौजूदगी में नई दिल्ली में बुधवार को उन्होंने अपनी पार्टी के विलय का ऐलान किया।पप्यू यादव अपने बेटे सार्थक रंजन और जन अधिकार पार्टी के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस में शामिल हुए। पिछले कुछ माह से पप्पू यादव की कांग्रेस से नजदीकियां बढ़ रही थीं। बुधवार को विपक्षी गठबंधन समिति के अध्यक्ष मुकुल वासनिक के घर हुई बैठक में पूर्णिया सीट पर चर्चा हुई। माना जा रहा है कि पप्पू यादव के पूर्णिया से लड़ने पर सहमति के बाद ही पप्पू ने पार्टी के विलय की घोषणा की।कांग्रेस उन्हें पूर्णिया लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतार सकती है। पूर्णिया से वे पहले भी सांसद रह चुके हैं। पप्पू यादव की पत्नी रंजीता रंजन पहले ही कांग्रेस में हैं और छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद हैं। कांग्रेस में अपनी पार्टी का विलय करने से पहले उन्होंने मंगलवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और पूर्व उप मुख्यमत्री तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी। इसके बाद उन्होंने अपनी पार्टी के विलय के संकेत दिए थे।कांग्रेस पार्टी मुख्यालय में अपनी पार्टी के कांग्रेस में विलय के बाद मीडिया से बात करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि उनकी विचारधारा हमेशा कांग्रेस की विचारधारा के साथ रही है। यह विचारधारा उन्हें हमेशा मजबूती व सकारात्मक ऊर्जा देती रही है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वे विपक्ष की एक सशक्त आवाज हैं।वहीं कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने बताया कि पप्पू यादव की पार्टी का कांग्रेस में विलय अचानक नहीं है। पहले से बात चल रही थी। पिछले दिनों बिहार में राहुल गांधी की यात्रा के दौरान भी पप्पू यादव सक्रिय रहे थे।