बिहार लोकसभा चुनाव में उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन करने वाले चिराग पासवान को इनाम मिलने का वक्त आ चुका है। पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल में चिराग की पार्टी को एक कैबिनेट मंत्री पद का आश्वासन मिला है।हालांकि एलजेपी-आरवी के नेताओं को एक राज्यमंत्री का भी पद मिलने की उम्मीद है। बता दें कि बिहार में लोक जनशक्ति पार्टी-रामविलास ने पांच सीटों पर चुनाव लड़ा था। यहां पर पार्टी को सभी सीटों पर जीत मिली है। इसके अलावा जीतनराम मांझी अकेले सांसद होने के बावजूद उम्मीदें पाले बैठे हुए हैं।
चिराग ने कहा था बार्गेनिंग नहीं करेंगे
हालांकि चिराग पासवान ने केंद्रीय मंत्रिमंडल को लेकर कुछ नहीं कहा है। चिराग ने कहाकि मंत्रिमंडल में कौन क्या बनेगा इसका पूरा फैसला प्रधानमंत्री ही करेंगे। वह बुधवार सुबह अपने पांच सांसदों के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने पहुंचे थे। गौरतलब है कि चिराग ने यह पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी तरह की बार्गेनिंग नहीं करेंगे और एनडीए व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बिना किसी शर्त समर्थन जारी रखेंगे। उन्होंने कहाकि मेरे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एनडीए के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं। उन्होंने हमारे गठबंधन के बेहतर प्रदर्शन में काफी अहम भूमिका निभाई है। पासवान की पार्टी ने बिहार में जमुई, हाजीपुर, समस्तीपुर, खगड़िया और वैशाली सीट पर चुनाव लड़ा था। उसका स्ट्राइक रेट 100 परसेंट रहा है। खुद को मोदी का हनुमान बताने वाले चिराग पासवान को अब इसका फल मिल रहा है।
पीएम कर चुके हैं तारीफ
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरेआम चिराग पासवान की तारीफ कर चुके हैं। पीएम ने कहा था कि वह चिराग को अपने बेटे जैसा मानते हैं। इस पर चिराग की पार्टी के एक नेता ने कहाकि प्रधानमंत्री से इस तरह के खास शब्द ही केंद्रीय मंत्रिमंडल में हमारे लिए मंत्री पद की गारंटी है। लोकसभा चुनाव में पांच सीटों पर जीत हासिल करने के बाद चिराग पासवान ने बिहार के लोगों को शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहाकि बिहार के लोगों ने मुझमें और मेरी पार्टी में भरोसा जताया है। हम इस बात का वादा करते हैं कि हम अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करेंगे। प्रधानमंत्री ने एकमात्र सांसद वाली पार्टी के ऊपर भरोसा जताया था और हमें पांच सीटें दी थीं। हमने उन पांचों पर जीत हासिल की है।
मांझी का मन क्या मांगे
दूसरी तरफ जीतनराम मांझी हैं, जिन्होंने इस चुनाव में जीत दर्ज की है। मांझी अपनी पार्टी के इकलौते सांसद हैं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री भी हैं। सिर्फ इतना ही नहीं, वह बिहार में महादलित का बड़ा चेहरा हैं। ऐसे में इस बात का पूरा अनुमान है कि उनकी पार्टी का एक ही सांसद होने के बाद भी मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है।