राजस्थान के निवर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस की हार और भाजपा की जीत पर हैरानी जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस सरकार ने काम अच्छा किया, लेकिन जनता तक संदेश नहीं पहुंचा पाई।उन्होंने जाते जाते भाजपा की आगामी सरकार को सलाह दी है कि कांग्रेस सरकार की ओर से शुरू की गई योजनाओं को आगे बढ़ाया जाए।कांग्रेस की हार के बाद अशोक गहलोत ने ट्वीट किया, ‘राजस्थान की जनता द्वारा दिए गए जनादेश को हम विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं। यह सभी के लिए एक अप्रत्याशित परिणाम है। यह हार दिखाती है कि हम अपनी योजनाओं, कानूनों और नवाचारों को जनता तक पहुंचाने में पूरी तरह कामयाब नहीं रहे।’भाजपा की आगामी सरकार को बधाई देते हुए उन्होंने कांग्रेस की योजनाओं को ना बंद करने की अपील की। उन्होंने लिखा, ‘मैं नई सरकार को शुभकामनाएं देता हूं। मेरी उनको सलाह है कि हम काम करने के बावजूद कामयाब नहीं हुए इसका मतलब ये नहीं कि वो सरकार में आने के बाद काम ही ना करें। OPS, चिरंजीवी सहित तमाम योजनाएं एवं जो विकास की रफ्तार इन पांच सालों में राजस्थान को हमने दी है वो इसे आगे बढ़ाएं।’ उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उनकी मेहनत के लिए धन्यवाद दिया।मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान गहलोत ने कहा कि कांग्रेस सरकार की गारंटी शानदार थी, लेकिन जो नतीजे आए वे चौंकाने वाले हैं। उन्होंने कहा, ‘छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में भी उम्मीद के विपरीत नतीजे आए हैं। तीन राज्यों में ऐसे नतीजे आए हैं तो यह सोचने का विषय है। परिणाम पता करेंगे कि क्या कारण रहे।’ गहलोत ने कहा कि वह नई सरकार का सहयोग करेंगे।
यह कहना गलत कि नए चेहरों से जीत जाते: गहलोत
नए चेहरों को मौका दिया जाता तो परिणाम बेहतर होता? इस सवाल के जवाब में अशोक गहलोत ने कहा, ‘यह जो समस्या यहां थी। हम भी जानते हैं कि नए चेहरे लाने की बात थी, कि नए उम्मीदवार लाए जाने चाहिए। लेकिन यह मांग तो मध्य प्रदेश में नहीं थी, छत्तीसगढ़ में नहीं थी, लेकिन वहां भी हारे। यह कहना कि नए चेहरे लाते तो जीत जाते, यह गलत है।’