अपना दल (सोनेलाल) की मुखिया और केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने एक बार फिर जातीय गणना की मांग दोहराई है। प्रतापगढ़ में पिता सोनेलाल पटेल की पुण्यतिथि के अवसर पर मंगलवार को आयोजित कार्यक्रम में अनुप्रिया पटेल ने कहा कि भारत की विभिन्न जातियों की आबादी के प्रामाणिक आंकड़े देश के सामने आने ही चाहिए।
मीडिया से बातचीत में अनुप्रिया ने कहा कि उनकी पार्टी जाति जनगणना के पक्ष में है और उसने इस विषय को संसद में भी उठाया है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री ने अपने पिता को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि सोनेलाल पटेल गरीबों, शोषितों और वंचितों के मसीहा थे। अपना दल उन्हीं की नीतियों पर चल रहा है। अनुप्रिया ने कहा कि अपना दल-सोनेलाल 2014 और 2019 के लोकसभा तथा 2017 और 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा समेत चार चुनावों में भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए गठबंधन के साथ रही है और पांचवें चुनाव में भी साथ रहेगी।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव के लिये भाजपा से अभी सीटों के बंटवारे के बारे में कोई बातचीत नहीं हुई है। समय आने पर बात होगी। अनुप्रिया ने कहा कि प्रतापगढ़ में अपना दल-सोनेलाल बहुत मज़बूत है और पार्टी को पहली राजनीतिक सफलता प्रतापगढ़ से ही मिली थी जब यहां से पार्टी का पहला विधायक चुना गया था।
गौरतलब है कि जातीय गणना को लेकर मांग तेज होती जा रही है। विपक्षी पार्टी सपा ने तो इसे मुद्दा ही बनाया हुआ है। बिहार में जातीय गणना की रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद से यूपी में भी इसे कराने की मांग भाजपा के साथी दल भी कर रहे हैं। योगी सरकार में शामिल निषाद पार्टी और सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर ने भी जातीय गणना की मांग की है। बिहार में तो बीजेपी ने जातीय गणना का समर्थन किया था लेकिन यूपी में इसे लेकर लगातार इनकार करती रही है।