सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी रैलियों और जनसभा की धार को तेज कर दिया है। पश्चिमी यूपी से शुरू हुईं रैलियों में अखिलेश यादव ने भाजपा को निशाने पर रखा है। शनिवार को बिजनौर में आयोजित जनसभा में पहुंचे अखिलेश यादव ने केंद्र और प्रदेश सरकार पर जमकर प्रहार किया है।अखिलेश यादव ने शनिवार को 2024 के लोकसभा चुनाव को संविधान और लोकतंत्र को बचाने वाला चुनाव करार दिया। बिजनौर के नहटौर में सपा उम्मीदवार दीपक सैनी के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित करते हुए यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री यादव ने कहा, ‘यह संविधान और लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है। एक समय में ‘समुद्र मंथन’ हुआ था और यह ‘संविधान मंथन’ का समय है। उन्होंने कहा, ‘एक तरफ ऐसे लोग हैं जो संविधान की रक्षा करना चाहते हैं और दूसरी तरफ ऐसे लोग हैं जो संविधान को खत्म करना चाहते हैं।
यादव ने भाजपा सरकार की नीतियों पर प्रहार करते हुए कहा, ‘बेरोजगारी चरम पर है, 90 प्रतिशत लोग बेरोजगार हैं। न नौकरी है न रोजगार और ये विश्व गुरु बनने की बात करते हैं।’ यादव ने तंज कसा, ‘प्रदेश में कोई परीक्षा हो पेपर लीक होता ही है। पेपर लीक होने से परीक्षाएं निरस्त हो रही हैं।’ सपा प्रमुख ने दावा किया, ‘परीक्षा निरस्त होने से प्रभावित परिवार के हर संसदीय क्षेत्र में लगभग दो लाख वोट होंगे जो भाजपा को हराएंगे।’ उन्होंने कहा, जिसे चंदा मिल रहा है, उसका धंधा चल रहा है। अखिलेश यादव यहीं नहीं रुके। उन्होंने नाम लिए बगैर चंद्रशेखर आजाद को भाजपा का मददगार बताया। चंद्रशेखर की सिक्योरिटी बढ़ाने जाने पर अखिलेश ने कहा, हमारी सिक्योरिटी छीनी जा रही है, जिन्हें जरूरत नहीं उन्हें दी जा रही है।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘भाजपा, सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) का सहारा लेकर चंदे की जगह वसूली कर रही है। 10 हजार करोड़ चंदा भाजपा ने वसूल किया है। बाजार की महंगाई चंदा वसूली की ही है।’ यादव ने ‘सरकार में शामिल लोगों पर उनकी भाषा के लिए भी हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि सरकार में शामिल लोगों ने अपनी भाषा कहां से सीखी है। उनकी भाषा किसी ऐसे व्यक्ति की तरह नहीं लगती जिसने संविधान की शपथ ली हो।’ तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध के बारे में यादव ने कहा, ‘हमारे किसान लगभग दो वर्षों तक विरोध में बैठे रहे और सरकार ने उन्हें रोकने के लिए सब कुछ किया। लेकिन जब 2022 के विधानसभा चुनाव आए तो वे डर गए और कृषि कानूनों को रद्द कर दिया।
सपा प्रमुख ने दावा किया, ‘अगर ये लोग 400 सीट जीतेंगे तो वे फिर से कृषि कानून लाएंगे और अपने किसानों की उपज छीन लेंगे और उद्योगपतियों को बेच देंगे।’ बिजनौर में सपा प्रत्याशी दीपक सैनी का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक दल राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के चंदन चौहान से है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने इस सीट से चौधरी विजेंद्र सिंह को उम्मीदवार बनाया है। सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को बिजनौर में मतदान होगा।