गाजा पट्टी में हमास के ताबड़तोड़ हमले के बाद इजराइल ने भी जंग का ऐलान कर दिया है। इजराइल और हमास के बीच इस जंग में अब तक 50 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। इस बीच, भारत भी एक्शन मोड में आ गया है।
भारत सरकार ने इजराइल में अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए एडवाइजरी जारी की है। वहीं, एयर इंडिया ने भी दिल्ली से तेल अवीव के लिए उड़ान और तेल अवीव से दिल्ली की वापसी उड़ान AI140 को रद्द कर दिया है। इस जंग का असर गौतम अडानी के भी कारोबार पर पड़ने की आशंका है। आइए समझते हैं कैसे।
अडानी ने खरीदा है पोर्ट: दरअसल, हाल ही में गौतम अडानी समूह ने इजराइल के हाइफा पोर्ट का अधिग्रहण किया है। अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) और इजराइल के गादोत समूह ने इजराइल में हाइफा बंदरगाह के 1.18 अरब डॉलर में निजीकरण के लिए पिछले वर्ष जुलाई में बोली जीती थी। इसमें भारतीय भागीदार अडानी की हिस्सेदारी 70 प्रतिशत और गादोत समूह का हिस्सा 30 फीसदी है। बता दें कि हाइफा पोर्ट शिपिंग कंटेनर के मामले में इजराइल का दूसरा सबसे बड़ा पोत और पर्यटक क्रूज शिप के मामले में सबसे बड़ा बंदरगाह है।
दोनों देशों का व्यापार: इस साल जनवरी तक भारत और इजराइल के बीच व्यापार कोविड महामारी आने से पहले के पांच अरब डॉलर से बढ़कर करीब 7.5 अरब डॉलर पर पहुंच गया था। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक 1992 में दोनों देशों के बीच 20 करोड़ डॉलर का सालाना कारोबार होता था। हीरे का व्यापार द्विपक्षीय व्यापार का लगभग 50 फीसदी है। आपको बता दें कि भारत, इजराइल से हथियार भी मंगाता है।
कितने भारतीय नागरिक: भारतीय दूतावास की वेबसाइट पर दिए गए विवरण के मुताबिक इजराइल में लगभग 18,000 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें मुख्य रूप से इजराइली बुजुर्गों, हीरा व्यापारियों, आईटी पेशेवरों और छात्रों की देखभाल करने के लिए नियुक्त लोग शामिल हैं। इजराइल में भारतीय मूल के लगभग 85,000 यहूदी भी हैं जो पचास और साठ के दशक में भारत से इजराइल गए थे।
जंग पर भारत का स्टैंड: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजराइल का समर्थन किया है। मोदी ने इजराइल पर हुए हमास के हमले को आतंकवादी हमला करार देते हुए इसकी निंदा की। मोदी ने कहा-इजराइल में आतंकवादी हमलों की खबर से स्तब्ध हूं। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं निर्दोष पीड़ित परिवारों के साथ हैं। इस कठिन घड़ी में हम इजराइल के साथ एकजुटता से खड़े हैं।