कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शुक्रवार को सीबीआई और ईडी जैसी जांच एजेंसियों पर गंभीर आरोप लगाए। साथ ही उन्होंने केंद्र में कांग्रेस की सत्ता आने पर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की गारंटी भी दे डाली।महाराष्ट्र के ठाणे में पत्रकारों से बात करते हुए राहुल ने कहा, ‘CBI-ED जैसी चीज नहीं है। वो अब बीजेपी के औजार हैं, वो उनके कंट्रोल में हैं। चोहे वो चुनाव आयोग हो, चाहे वो CBI-ED हो। ये अब भाजपा और RSS के हथियार हैं।’ कांग्रेस नेता ने कहा कि उनको यह भी सोचना चाहिए कि किसी ना किसी दिन भाजपा की सरकार बदलेगी और फिर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा, ‘ऐसी कार्रवाई होगी कि मैं गारंटी देता हूं कि यह फिर से कभी नहीं होगा।’राहुल गांधी ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की ओर से लाई गई इलेक्टोरल बॉन्ड योजना को दुनिया का सबसे बड़ा एक्सटॉर्शन रैकेट बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि योजना के माध्यम से एकत्र किए गए धन का इस्तेमाल राजनीतिक दलों को तोड़ने और विपक्षी सरकारों को गिराने के लिए किया गया था। राहुल ने कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड और राज्यों में कांग्रेस या अन्य विपक्षी दलों की सरकारों की ओर से दिए गए करारों के बीच कोई संबंध नहीं है। मालूम हो कि इस योजना को अब रद्द कर दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर एक दिन पहले ही इस योजना से जुड़े आंकड़े सार्वजनिक किए गए थे।
सभी वीवीपीएटी की गिनती की उठी मांग
वहीं, लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मांग रखी कि वोटों की गिनती के दौरान सभी वीवीपीएटी की गिनती की जानी चाहिए। वह कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हालिया बयान के बारे में एक सवाल का जवाब दे रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि लोग मांग कर रहे हैं कि आगामी चुनाव ईवीएम की जगह मतपत्रों का उपयोग करके कराया जाए। खरगे ने कहा, ‘हम शुरू से यह मांग कर रहे हैं… आप शत प्रतिशत वीवीपीएटी की गिनती करें, यही हमारी मांग है। आप सिर्फ कुछ वीवीपीएटी की गिनती कर रहे हैं। हम मांग कर रहे हैं कि सभी वीवीपीएटी की गिनती की जानी चाहिए। यह जानना बहुत आसान होगा। इसमें ज्यादा खर्चा नहीं आएगा।’