पटाखा भी फूटता है तो पाकिस्तान देता है सफाई कि हमने कुछ नहीं किया, चुनावी रैली में गरजे सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को रामपुर और हापुड़ में चुनाव प्रचार किया। सीएम ने रामपुर में दूसरी बार घनश्याम सिंह लोधी को जिताने की अपील की। साथ ही अमरोहा से कंवर सिंह तंवर को सदन भेजने का आह्वान किया।उन्होंने 10 वर्ष में भारत व 7 वर्षों में यूपी में हुए विकास कार्यों की चर्चा की तो विपक्षी दलों पर जमकर प्रहार भी किया। उन्होंने कहा कि 2014 के पहले पाकिस्तान भारत में कहीं भी विस्फोट कर देता था लेकिन आज तेज से पटाखा भी बज जाए तो पाकिस्तान पहले ही सफाई देता है कि हमने कुछ नहीं किया है। दुश्मन को पता है कि भारत की तरफ टेढ़ी नजर से देखेंगे तो वह मांद में घुसकर एयर स्ट्राइक से जवाब देना जानता है। यह वह भारत नहीं है, जो विस्फोट और आतंकी घटनाओं पर चुप हो जाता था।

रामपुर में खुलेगी चीनी मिल

सीएम ने कहा कि पहले लोग चुनने के बाद दिखाई नहीं देते थे। वे विकास की नहीं, परिवार की बात करते थे। उपचुनाव में जीते भाजपा के घनश्याम लोधी ने अपनी सरलता के अनुरूप रामपुर के विकास के लिए कार्य किया। सीएम ने कहा कि हम आने वाले समय में रामपुर को चीनी मिल की सौगात देंगे। हमें विकसित रामपुर बनाना है, जहां कोई भयभीत न हो। लोगों के मन में सम्मान का भाव हो। किसी गरीब की जमीन पर कोई कब्जा का दुस्साहस न करे। हमें ऐसा रामपुर देना है, जहां हर किसी का सम्मान व सुरक्षा हो।

अमरोहा के सांसद का चरित्र संसद में बखूबी देखा

अमरोहा से भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी कंवर सिंह तंवर के समर्थन में भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसभा को संबोधित किया। कहा कि प्रदेश में पहले गो तस्कर हावी थे। पिछली सरकार उन्हें प्रश्रय देती थी। कसाई घरों के बाहर बंधी गाय को खोलकर ले जाता था लेकिन सुनवाई नहीं होती थी। समाजवादी पार्टी के रामपुर के एक नेता की भैंस को ढूंढने के लिए पुलिस को लगाया जाता था, लेकिन किसान के मवेशी चोरी होने पर पुलिस कुछ नहीं करती थी।

योगी ने कहा कि सपा और बसपा को अंधेरा प्यारा था, इसलिए वह बिजली नहीं देते थे। इस वजह से किसान खेत में पानी के लिए पंपिंग मशीन लगाने को मजबूर थे। वह भी चोरी हो जाते थे। आज बिना भेदभाव के बिजली के साथ ही सुरक्षा के भी बेहतर इंतजाम हैं। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पिछली बार थोड़ी सी गलती से अमरोहा को काफी खामियाजा भुगतना पड़ा। आप सबने सांसद का चरित्र संसद में देखा है। वह भारत माता का जयकारा लगाने में सोच रहा था। क्या ऐसे लोग संसद में जाने चाहिए, जो भारत को मां कहने में संकोच करते हैं।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *