यमन के हूती विद्रोहियों ने तुर्की से भारत जा रहे मालवाहक जहाज का रविवार को अपहरण कर लिया। इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने एक्स पर पोस्ट के जरिए यह जानकारी दी। आईडीएफ के पोस्ट में कहा गया, ‘दक्षिणी लाल सागर में यमन के पास हूती विद्रोहियों की ओर से कार्गो शिप को हाईजैक कर लिया गया है।
वैश्विक पैमाने पर यह बहुत ही गंभीर घटना है। यह शिप तुर्की से रवाना होकर भारत जा रही थी जिसमें कई देशों के नागरिक सवार थे। इसमें इजरायली शामिल नहीं हैं और न ही यह इजरायल की जहाज है।
गौरतलब है कि यमन के हूती विद्रोहियों ने आज ही इजरायली जहाजों को लेकर धमकी जारी की थी। इसमें कहा गया कि वे इजरायली कंपनियों के स्वामित्व वाले या उनकी ओर से चलाए जाने वाले जहाजों को निशाना बनाएंगे। लड़ाकों की ओर से यह भी कहा गया कि जिस भी जहाज पर इजरायल का झंडा लगा होगा, उसमें आग लगा दी जाएगी। हूती विद्रोहियों के प्रवक्ता ने इसे लेकर बयान जारी किया था। इसमें कहा गया कि दूसरे देशों को इस पर ध्यान देने की जरूरत हैं और वे ऐसे जहाजों पर काम करने वाले अपने नागरिकों को वापस बुला लें।
हूती विद्रोहियों ने सऊदी के तेल भंडार को बनाया था निशाना
कुछ दिनों पहले ही हूती विद्रोहियों ने सऊदी अरब के जेद्दा में उसी तेल भंडारण पर हमला किया, जिसपर उसने 2 साल पहले अटैक किया था। ‘प्लैनेट लैब्स पीबीसी’ की उपग्रह तस्वीरें प्राप्त हुईं, जिनमें उत्तरी जेद्दा बल्क प्लांट को हुआ नुकसान दिखाई दे रहा है। यह स्थान अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के दक्षिणपूर्व में है। सऊदी की सरकारी तेल कंपनी सऊदी अरामको के इसी भंडारण को हूती विद्रोहियों ने नवंबर 2020 में मिसाइल से निशाना बनाया था। ताजा हमले ने हूती विद्रोहियों से खुद को बचाने की देश की क्षमता पर सवाल पैदा किए। अरब जगत के सबसे गरीब देश में वर्षों से चल रहे युद्ध का कोई अंत नजर नहीं आ रहा है।