गैंगेस्टर के चल रहे मुकदमे में गुरुवार को बाराबंकी की एमपी एमएलए कोर्ट में माफिया मुख्तार अंसारी को पेश होना था, हालांकि वह वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेश नहीं हुआ। उसने अपने वकील के माध्यम से कोर्ट में पत्र दाखिल किया।मुख्तार ने कोर्ट में दाखिल पत्र में अपने खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया। मुख्तार ने कहा कि जेल में उसे खाने में जहर देकर मारने का प्रयास किया गया है। जहर के कारण हालत काफी गंभीर है। पूरे शरीर के नसों में दर्द हो रहा है। बांदा जेल में जान का खतरा बताते हुए उसने मेडिकल बोर्ड का गठन कर बेहतर इलाज का अनुरोध किया है।अपर सत्र न्यायाद्यीश एमपीएमएलए कोर्ट में बुधवार को मुख्तार अंसारी आदि पर दर्ज गैंगेस्टर मामले की पेशी थी। उल्लेखनीय है कि फर्जी पते पर एम्बुलेंस के पंजीकरण कराने के मामले में डा. अलका राय के साथ पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी आदि पर एआरटीओ ने मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद कोतवाली पुलिस ने मुख्तार अंसारी आदि पर गैंगेस्टर का मुकदमा दर्ज किया था। जिसकी पेशी गुरुवार को थी।
पत्र देकर कहा कि खाने में दिया गया जहर
गुरुवार को बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी कोर्ट में वीडियो कांफ्रेंसिंग पर पेश नहीं हुआ। इसे लेकर उसने अधिवक्ता रणधीर सिंह सुमन के माघ्यम से न्यायालय में एक प्रार्थना पत्र दिया। जिसमें मुख्तार ने कहा कि बांदा जेल में बीते 19 मार्च को जो उन्हें भोजन दिया गया था उसमें जहर मिला था। भोजन करने के बाद प्रार्थी की हालत बहुत ही खराब हो गई। हाथ पैर ही नहीं पूरे शरीर की नसों में दर्द है, ऐसा लगता है कि उसकी मृत्यु हो जाएगी। उसने कहा कि इस घटना के 40 दिन पहले भी उसे खाने में विषाक्त पद्वार्थ मिला कर दिया गया था। उसे जेल स्टाफ द्वारा खाना टेस्ट करके दिया जाता था। उक्त खाना खाने वाले जेल कर्मचारी भी बीमार हुए थे।
मुख्तार ने बांदा जेल में जान का खतरा बताते हुए कहा कि उसके साथ कोई भी अनहोनी हो सकती है। मुख्तार ने अदालत से अनुरोध किया है कि इस घटना की पुनरावृत्ति न हो इसका दिशा निर्देश दिया जाए। उसने समुचित इलाज कराने के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन करने की मांग भी अदालत से की है। अदालत में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बादा जेल से डिप्टी जेलर महेन्द्र सिंह ने हाजिर होकर मुख्तार के बीमार होने की बात बताई। कोर्ट ने मुकदमें की अगली सुनवाई के लिए 29 मार्च तिथि नियत की है।