कश्मीर अब बदल रहा है। अलगाववादी नेता शब्बीर अहमद शाह की बेटी समा शब्बीर ने उनसे नाता तोड़ लिया है। बेटी समा शब्बीर ने अपने पिता की डेमोक्रेटिक फ्रीडम पार्टी से नाता तोड़ते हुए कहा कि मैं भारत के साथ हूं।इसकी घोषणा करते हुए समा शब्बीर ने अखबार में विज्ञापन भी जारी किया है। फिलहाल शब्बीर अहमद शाह तिहाड़ जेल में बंद हैं। उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग के केस चल रहे हैं। 23 साल की समा शब्बीर ने कश्मीर में सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा में टॉप किया था। उन्होंने विज्ञापन में खुद को वफादार और गर्वित भारतीय नागरिक बताया है।
समा शब्बीर ने लिखा है, ‘मैं भारत की वफादार और गर्वित नागरिक हूं। मैं ऐसे किसी व्यक्ति या फिर संगठन के साथ नहीं हूं,जो भारत की संप्रभुता के विरुद्ध हो।’ समा शब्बीर टेरर फंडिंग का केस झेल रहे शब्बीर अहमद शाह की बड़ी बेटी हैं। उन्होंने साफ कहा कि मैं डेमोक्रेटिक फ्रीडम पार्टी या उसकी विचारधारा से किसी भी तरह से जुड़ी नहीं हूं। यही नहीं उन्होंने कहा कि यदि कोई मुझे इस संगठन से जोड़ता या नाम लिंक करता है तो मैं उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी करूंगी।
शब्बीर अहमद शाह को ईडी ने 2017 में मनी लॉन्डिंग के केस में अरेस्ट किया था। उनके खिलाफ आरोप है कि मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए आतंकवाद फैलाने के लिए पैसा दिया था। 70 साल के शब्बीर अहमद के खिलाफ बाद में एनआईए ने भी जांच की और चार्जशीट भी दाखिल की है। दरअसल मोहम्मद असलम वानी को दिल्ली पुलिस की स्पेशल ने 2005 में गिरफ्तार किया था। उसके पास बड़े पैमाने पर कैश मिला था। वह एक हवाला डीलर था। उससे पूछताछ के बाद ही एजेंसियों ने शब्बीर अहमद को पकड़ा। दरअसल समा शब्बीर को भी ईडी ने इस मामले में 2019 में समन जारी किया था, लेकिन वह पेश नहीं हुई थी। उस दौरान समा शब्बीर यूनाइटेड किंगडम में थीं।