डायबिटीज एक आम समस्या है, जिसके मामले अधिक उम्र के लोगों में ज्यादा देखने को मिलते हैं। हालांकि, बच्चे भी इससे अछूते नहीं रहे हैं। डायबिटीज रोग होने पर शरीर में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है।
डायबिटीज शरीर के कई अंगों को प्रभावित कर देता है। डायबिटीज की वजह से हृदय और लिवर फेलियर का जोखिम भी बढ़ जाता है। आजकल खराब खान-पान, लाइफस्टाइल और जेनेटिक कारणों की वजह से बच्चों में भी डायबिटीज के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसकी वजह से बच्चों को अत्यधिक थकान और कमजोरी का सामना करना पड़ रहा है। बार-बार पेशाब आना और चिड़चिड़ापन भी डायबिटीज के आम लक्षण होते हैं। बच्चों में डायबिटीज का जोखिम तब बढ़ जाता है, जब घर पर माता-पिता या दादा-दादी को डायबिटीज होता है। आइए, BeatO के चीफ क्लिनिकल ऑफिसर डॉ. नवनीत अग्रवाल से जानते हैं बच्चों में डायबिटीज के लक्षण और कारण–
बच्चों में डायबिटीज के लक्षण- Diabetes Symptoms in Children in Hindi
बच्चों में डायबिटीज के लक्षण आपको आसानी से पहचान में नहीं आते हैं। क्योंकि डायबिटीज के लक्षण बेहद आम होते हैं। इन लक्षणों की पहचान करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। जानें, बच्चों में डायबिटीज के लक्षण-
- डायबिटीज में बच्चों को अत्यधिक थकान लग सकती है। ब्लड शुगर बढ़ने पर ऊर्जा का स्तर कम हो जाता है, इससे थकान हो सकती है।
- बच्चों को बार-बार पेशाब आना भी डायबिटीज का एक आम लक्षण होता है।
- इस दौरान बच्चों को लग सकती है।
- भूख का बढ़ना भी बच्चों में डायबिटीज का एक लक्षण होता है।
- इससे त्वचा भी प्रभावित हो सकती है।
- डायबिटीज होने पर बच्चों का वजन अधिक या कम हो सकता है।
- चिड़चिड़ापन या मूड स्विंग होना डायबिटीज के लक्षण होते हैं।
बच्चों में डायबिटीज के कारण- Diabetes Causes in Children in Hindi
बच्चों में डायबिटीज होने के पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। इस स्थिति में शरीर में इंसुलिन का पर्याप्त उत्पादन नहीं हो पाता है। या फिर शरीर इंसुलिन का सही तरीके से उपयोग नहीं कर पाता है। बच्चों में डायबिटीज के कारण इस प्रकार हैं-
1. अधिक वजन
अधिक वजन या मोटापा बच्चों में डायबिटीज का एक मुख्य कारण हो सकता है। मोटापे की वजह से शरीर इंसुलिन का सही तरीके से उपयोग नहीं कर पाता है। इसकी वजह से ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है।
2. फिजिकली कम एक्टिव होना
अगर आपका बच्चा शारीरिक रूप से कम एक्टिव है, तो इस स्थिति में भी डायबिटीज का जोखिम बढ़ जाता है। कम शारीरिक गतिविधिद से डायबिटीज का खतरा बढ़ता है। ऐसे में वजन को नियंत्रण में रखना जरूरी होता है।
3. जेनेटिक
अगर आपके घर में किसी को यानी माता-पिता, दादा-दादी या भाई-बहनों को डायबिटीज है, तो बच्चों में इसका जोखिम बढ़ जाता है। डायबिटीज जेनेटिक भी हो सकता है।
बच्चों को डायबिटीज से कैसे बचाएं?- How to Prevent Children from Diabetes in Hindi
- बच्चों को डायबिटीज से बचाने के लिए उनकी डाइट का खास ख्याल रखना जरूरी होता है।
- बच्चों को शारीरिक रूप से एक्टिव रखें।
- बच्चों को एक्सरसाइज और वर्कआउट पर फोकस करवाएं।
बच्चों में डायबिटीज के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में आपको अपने बच्चों की सेहत का खास ख्याल रखना जरूरी होता है। इसके लिए आप उनकी डाइट और लाइफस्टाइल का पूरा ख्याल रखें।