शराब घोटाले में दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा समन किए जाने के बाद से इस मुद्दे पर हंगामा मचा हुआ है।
केजरीवाल को तीसरी बार इस घोटाले में ईडी ने बुलाया और केजरीवाल तीसरी बार ईडी के सामने नहीं गए। केजरीवाल ने ईडी के समन को गैर-कानूनी बता कर जाने से इनकार कर दिया। नए साल के शुरुआत से ही आम आदमी पार्टी मुश्किलों में घिरती नजर आ रही है। आबकारी नीति घोटाले में पिछले साल आम आदमी पार्टी के दो दिग्गज नेता संजय सिंह और मनीष सिसोदिया पर कानून का डंडा चल चुका है और वो जेल में बंद हैं। अब जांच एजेंसी इस मामले में केजरीवाल से पूछताछ करना चाहती है लेकिन AAP का कहना है कि बीजेपी किसी तरह केजरीवाल को सिर्फ गिरफ्तार करने की मंशा रखती है। हालांकि, BJP केजरीवाल पर जांच से भागने का आरोप लगाती है।
इसी साल देश में लोकसभा चुनाव होने हैं औऱ आम आदमी पार्टी INDIA गठबंधन का हिस्सा भी है। जाहिर है जांच एजेंसी का शिकंजा कसने पर आम आदमी पार्टी के लिए मुसीबत बढ़ती जा रही है। अभी आम आदमी पार्टी कथित शराब घोटाले की मुसीबत से बाहर आई भी नहीं है कि अब पार्टी के दामन पर दो और बड़े दाग लग चुके हैं। जिस मोहल्ला क्लिनिक को बेहतरीन बताकर सीएम केजरीवाल और AAP के कई बड़े नेता दूसरे राज्यों में भी इस मॉडल का ढिंढोरा पीटते रहे हैं अब उसी मोहल्ला क्लिनिक में फर्जी टेस्ट औऱ घोटाले के आरोप लगे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री के इस्तीफे की उठी मांग
AAP के लिए मुश्किल बढ़ाने वाली बात यह भी है कि दिल्ली के उप राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने मोहल्ला क्लिनिक में कथित गड़बड़ी की CBI से जांच कराने की सिफारिश भी कर दी है। दिल्ली के मोहल्ला क्लिनिकों पर आरोप है कि इन क्लिनिकों में फर्जी रेडियोलॉजी और पैथोलॉजी के टेस्ट कराकर निजी क्लिनिकों को फायदा पहुंचाने का काम कई दिनों से चल रहा था। इस घोटाले के उजागर होने के बाद बीजेपी आम आदमी पार्टी पर हमलावर है। दिल्ली बीजेपी की सचिव बांसुरी स्वाराज ने कहा, ‘आम आदमी पार्टी के मोहल्ला क्लिनिकों में चिकित्सक नजर नहीं आते और ना ही वीडियो बनाने की प्रक्रिया के तहत अपनी हाजिरी लगाते हैं।
मरीजों को वहां के स्टाफ देखते हैं और टेस्ट करवाए जाते हैं। यह टेस्ट निजी क्लिनिकों में होते हैं ताकि उन्हें फायदा पहुंचाया जा सके।’ BJP ने इस मामले में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज के इस्तीफे की मांग भी कर दी है। BJP नेता रामवीर बिधूड़ी ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘केजरीवाल सरकार के स्वास्थ्य विभाग का एक और सैंकड़ों करोड़ का पैथोलॉजी टेस्ट घोटाला सामने आने पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।’
गुरुवार को बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दवा औऱ दारू दोनों में घोटाला हुआ है। बीजेपी ने मांग उठाई की दिल्ली सरकार मोहल्ला क्लिनिकों के सीसीटीवी का फुटेज दिखाए। उन्होंने कहा कि मोहल्ला क्लिनिक में एक दिन में 500-500 मरीज देख लिए गए। यह घोटाला भी कुछ-कुछ शराब घोटाले की तरह ही।
नकली दवा वाले आरोप से कैसे निपटेगी AAP
आम आदमी पार्टी के लिए मुसीबत सिर्फ मोहल्ला क्लिनिक में सामने आए घोटाले ही नहीं बल्कि कुछ दिनों पहले दिल्ले के अस्पतालों में मिली नकली दवाइयों ने भी बढ़ाई है। इस मामले में भी उप राज्यपाल वी के सक्सेना ने सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी है। यानी आने वाले दिनों में आम आदमी पार्टी और उसके नेताओं पर जांच एजेंसी का शिकंजा और भी ज्यादा कस सकता है।
इस मामले में आरोप लगे हैं कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में कई अहम दवाइयां खराब गुणवत्ता की हैं। एलजी दफ्तर की तरफ से कुछ समय पहले बताया गया था कि अस्पतालों में मौजूद 10 फीसदी दवाइयां जांच में फेल हो गई हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विजिलेंस विभाग की रिपोर्ट के आधार पर एलजी ने सीबीआई से जांच कराने की सिफारिश की थी। दिल्ली के अस्पतालों में कई दवाइयां मसलन – Amlodipine Tablets, IP 5mg, Pantoprazole Gastro Resistant Tablets IP 40mg, Dexamethasone Tablet IP 4mg जैसी दवाइयां नकली पाई गई हैं। आरोप लगते हैं कि दवाओं की खरीद में घोटाला हुआ है।
अब जाहिर है एक के बाद कई मुसीबतों में फंसती जा रही आम आदमी पार्टी के लिए आने वाले दिन कड़े इम्तिहानों से भरे होंगे। शराब घोटाले की आंच पार्टी के सबसे बड़े नेता अरविंद केजरीवाल तक पहुंच चुकी है और अब दो अन्य बड़े घोटाले के आरोप AAP के लिए मुसीबत बढ़ाने वाले हैं।