समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा इलेक्टोरल बांड स्कीम को असंवैधानिक करार दिए जाने के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा है कि जनता कह रही है कि लगे हाथ भाजपाइयों द्वारा लाए गए तथाकथित ‘पीएम केयर फंड’ और तरह-तरह के भाजपाई चंदों पर भी खुलासा होना चाहिए।जब करदाताओं, दुकानदारों, कारोबारियों से पिछले दसों सालों का हिसाब मांगा जाता है तो भाजपा से क्यों नहीं मांगा जाए। अखिलेश ने गुरुवार को सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर लिखे पोस्ट में कहा है कि इलेक्टोरल बांड की अवैधानिकता और तत्काल खात्मे का सुप्रीम कोर्ट का फैसला लोकतंत्र के पुनर्जीवन के लिए स्वागत योग्य निर्णय है। ये भाजपा की नाजायज नीतियों का भंडाफोड़ है। ये फैसला भाजपा-भ्रष्टाचार के बांड का भी खुलासा है।
किसानों की मांगें पूरी करने के बजाय छोड़े जा रहे हैं आंसू गैस
अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार सत्ता और तकनीक का नकारात्मक इस्तेमाल कर रही है। भाजपा सरकार अन्नदाताओं पर अत्याचार कर रही है। किसानों की मांगों को मानने के बजाय उन पर आंसू गैस के गोले दागकर लाठियां बरसायी जा रही हैं। पूरा देश देख रहा है भाजपा सरकार किसानों के साथ किस तरह का व्यवहार कर रही है।अखिलेश ने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा है कि भाजपा सरकार ने किसानों से कई झूठे वादे किए, बड़े-बड़े सपने दिखाए। दस साल सत्ता में रहने के बाद भी केंद्र सरकार ने किसानों से किए वादों को पूरा नहीं किया। किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई। किसानों को सम्मान निधि देने के बजाय उसकी वसूली शुरू कर दी। किसान के उपयोग की खाद, बीज, कृषि यंत्र, डीजल, सभी तो महंगा है। बिजली महंगी है। किसान की लागत के बराबर फसल का मूल्य नहीं मिल रहा है। एमएसपी को अनिवार्य करने की मांग केंद्र सरकार ने ठुकरा दिया है।उन्होंने कहा कि भाजपा के झूठे वादों से किसानों के सब्र का बांध टूट चुका है। किसानों को अब भाजपा सरकार के झूठे वादे नहीं चाहिए। मांगे पूरी होनी चाहिए। किसानों को लेकर भाजपा की कथनी और करनी में हमेशा से अंतर रहा है। भाजपा किसान के हितों के बजाय पूंजीपतियों के हितों का संरक्षण कर रही है। किसान को बिचौलियों का बंधक बनाकर रखना चाहती है। समाजवादी पार्टी किसानों की मांगों के समर्थन में है। देश का किसान भाजपा को भली भांति समझ चुका है। किसान अब एकजुट होकर भाजपा को सबक सिखाएगा।